मलेशिया के विमान को गयाब हुए 10 दिनों से ज्यादा बीत चुके है पर अभी तक उसका पता नहीं चला है। इससे पहले भी कई ऐसे विमान हादसे हो चुके है जब गयाब हुए विमान का पता कई हफ़्तों, महीनो, या सालों बाद चला था और कुछ तो आज तक भी लापता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही विमान हादसों के बारे में बताएँगे।
एयरफोर्स फ्लाइट 571 (Air Force Flight 571) :-
यह एविएशन इतिहास का सबसे चर्चित विमान हादसा है। यह 1972 एंडीज फ्लाइट डिजास्टर के नाम से प्रशिद्ध है। ऊरुग्वे एयरफोर्स का यह विमान चिली के लिए उड़ा था, जो 13 अक्टूबर 1972 को एंडेस माउंटेन रेंज में क्रैश हो गया था। इसमें 45 पैसेंजर थे, जिसमें से 12 लोग हादसे में मारे गए थे। इसके बाद 72 दिनों तक यह पता नहीं चल पाया था कि कोई जिंदा भी है। जहाज के मलबे में रह रहे लोगों में से बाद में 8 लोगों की मौत बर्फबारी के कारण हो गई। बाकी बचे 16 लोगों ने मृत लोगों का मांस खाकर दो माह से ज्यादा समय तक खुद को जीवित रखा था। वर्ष 1993 में इस कहानी पर अलाइव नाम की एक फिल्म भी बनी।
एयरफोर्स फ्लाइट 571 (Air Force Flight 571) :-
यह एविएशन इतिहास का सबसे चर्चित विमान हादसा है। यह 1972 एंडीज फ्लाइट डिजास्टर के नाम से प्रशिद्ध है। ऊरुग्वे एयरफोर्स का यह विमान चिली के लिए उड़ा था, जो 13 अक्टूबर 1972 को एंडेस माउंटेन रेंज में क्रैश हो गया था। इसमें 45 पैसेंजर थे, जिसमें से 12 लोग हादसे में मारे गए थे। इसके बाद 72 दिनों तक यह पता नहीं चल पाया था कि कोई जिंदा भी है। जहाज के मलबे में रह रहे लोगों में से बाद में 8 लोगों की मौत बर्फबारी के कारण हो गई। बाकी बचे 16 लोगों ने मृत लोगों का मांस खाकर दो माह से ज्यादा समय तक खुद को जीवित रखा था। वर्ष 1993 में इस कहानी पर अलाइव नाम की एक फिल्म भी बनी।
Add caption
अमेलिया इयरहर्ट (Amelia Earhart) :-
अमेलिया इयरहर्ट अमेरिका की मशहूर पायलट और एविएशन ऑथर थीं। वे अटलांटिक ओशियन के ऊपर अकेले उड़ान भरने वाली पहली महिला थीं। वे वर्ष 1937 में अपने ट्विन इंजन मोनोप्लेन इलेक्ट्रा पर दुनिया का परिभ्रमण करने निकली थीं। इस कोशिश के दौरान 2 जुलाई 1937 को उनका प्लेन पैसिफिक ओशियन के ऊपर गायब हो गया। अरबों रुपए के सर्च मिशन चलाकर भी आज तक उनका और इस दुर्घटना का कुछ पता नहीं चला। पांच जनवरी 1939 में आधिकारिक रूप से उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
अमेलिया इयरहर्ट अमेरिका की मशहूर पायलट और एविएशन ऑथर थीं। वे अटलांटिक ओशियन के ऊपर अकेले उड़ान भरने वाली पहली महिला थीं। वे वर्ष 1937 में अपने ट्विन इंजन मोनोप्लेन इलेक्ट्रा पर दुनिया का परिभ्रमण करने निकली थीं। इस कोशिश के दौरान 2 जुलाई 1937 को उनका प्लेन पैसिफिक ओशियन के ऊपर गायब हो गया। अरबों रुपए के सर्च मिशन चलाकर भी आज तक उनका और इस दुर्घटना का कुछ पता नहीं चला। पांच जनवरी 1939 में आधिकारिक रूप से उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
ग्लेन मिलर (Glenn Miller):-
एल्टन ग्लेन मिलर अमेरिका के मशहूर म्यूजिशियन और बिग बैंड के सदस्य थे। उन्होंने चार साल के अंदर 70 से ज्यादा हिट एलबम्स दिए थे। 15 दिसंबर 1944 को ब्रिटेन से पेरिस जा रहे थे। उन्हें द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान फ्रांस में अमेरिकी सैनिकों के लिए एक प्रोग्राम देना था। ब्रिटेन से उड़ान भरने के बाद उनका प्लेन खराब मौसम के बाद इंग्लिश चैनल के ऊपर से ऐसा गायब हुआ कि आज तक उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
एल्टन ग्लेन मिलर अमेरिका के मशहूर म्यूजिशियन और बिग बैंड के सदस्य थे। उन्होंने चार साल के अंदर 70 से ज्यादा हिट एलबम्स दिए थे। 15 दिसंबर 1944 को ब्रिटेन से पेरिस जा रहे थे। उन्हें द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान फ्रांस में अमेरिकी सैनिकों के लिए एक प्रोग्राम देना था। ब्रिटेन से उड़ान भरने के बाद उनका प्लेन खराब मौसम के बाद इंग्लिश चैनल के ऊपर से ऐसा गायब हुआ कि आज तक उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
एयर फ्रांस फ्लाइट 447 (Air France Flight 447) :-
एयर फ्रांस का एयरबस ए330 एक जून 2009 को अटलांटिक ओशियन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह विमान रियो डी जिनेरियो से पेरिस जा रहा था। इस दुर्घटना में सभी 228 पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स मारे गए थे। जहाज का मलबा खोजने में सर्च एंड रेस्क्यू टीम को पूरे पांच दिन लग गए थे। दुर्घटना का पता लगाने में जांच अधिकारियों को तीन साल का समय लग गया था। उसके बाद पता चला कि आइस क्रिस्टल्स के कारण आटोपायलट डिस्कनेक्ट हो गया था। 74 पैसेंजर्स के शवों का आज तक पता नहीं चला है।
एयर फ्रांस का एयरबस ए330 एक जून 2009 को अटलांटिक ओशियन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह विमान रियो डी जिनेरियो से पेरिस जा रहा था। इस दुर्घटना में सभी 228 पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स मारे गए थे। जहाज का मलबा खोजने में सर्च एंड रेस्क्यू टीम को पूरे पांच दिन लग गए थे। दुर्घटना का पता लगाने में जांच अधिकारियों को तीन साल का समय लग गया था। उसके बाद पता चला कि आइस क्रिस्टल्स के कारण आटोपायलट डिस्कनेक्ट हो गया था। 74 पैसेंजर्स के शवों का आज तक पता नहीं चला है।
ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज (British South American Airways) :-
ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज की एक फ्लाइट अर्जेटीना से चिली के लिए वर्ष 1947 में उड़ी थी। यह फ्लाइट एंडेस माउनटेंस रेंज में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, लेकिन यह बात दुर्घटना के 50 साल बाद उस समय पता चली, जब इन पहाड़ियों पर अर्जेटीना के दो रॉक क्लाइंबर्स को वर्ष 1998 में जहाज का मलबा मिला। बाद में यहां से मानव अवशेष भी मिले। हादसा क्यों हुआ, यह तो आज तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कहा जाता है कि बर्फ के कारण यह विमान माउंट टूपानगाटो से टकराकर बर्फ में दफन हो गया था। इसमें 11 लोग सवार थे।
ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज की एक फ्लाइट अर्जेटीना से चिली के लिए वर्ष 1947 में उड़ी थी। यह फ्लाइट एंडेस माउनटेंस रेंज में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, लेकिन यह बात दुर्घटना के 50 साल बाद उस समय पता चली, जब इन पहाड़ियों पर अर्जेटीना के दो रॉक क्लाइंबर्स को वर्ष 1998 में जहाज का मलबा मिला। बाद में यहां से मानव अवशेष भी मिले। हादसा क्यों हुआ, यह तो आज तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कहा जाता है कि बर्फ के कारण यह विमान माउंट टूपानगाटो से टकराकर बर्फ में दफन हो गया था। इसमें 11 लोग सवार थे।
फ्लाइंग टाइगर लाइन फ्लाइट 739 (Flying Tiger Line Flight 739) :-
इस यूएस मिल्रिटी फ्लाइट ने वर्ष 1962 में जवानों को लेकर फिलीपींस के लिए उड़ान भरी थी। 16 मार्च 1962 को यह विमान लापता हुआ। विमान में 90 जवान और क्रू मेंबर थे। सर्च अभियान में लगे 1300 लोग आज तक विमान के मलबे का भी पता नहीं लगा पाए हैं। लाइबेरिया के एक टैंकर शिप के क्रू मेंबर ने एक बार यह कहा था कि उसने विमान की उड़ान के समय आकाश में एक तेज रोशनी देखी थी, लेकिन यूएस सिविल एरोनॉटिक्स बोर्ड ने कहा कि उसे आज तक एक्सीडेंट का कोई कारण नहीं मिला है।
इस यूएस मिल्रिटी फ्लाइट ने वर्ष 1962 में जवानों को लेकर फिलीपींस के लिए उड़ान भरी थी। 16 मार्च 1962 को यह विमान लापता हुआ। विमान में 90 जवान और क्रू मेंबर थे। सर्च अभियान में लगे 1300 लोग आज तक विमान के मलबे का भी पता नहीं लगा पाए हैं। लाइबेरिया के एक टैंकर शिप के क्रू मेंबर ने एक बार यह कहा था कि उसने विमान की उड़ान के समय आकाश में एक तेज रोशनी देखी थी, लेकिन यूएस सिविल एरोनॉटिक्स बोर्ड ने कहा कि उसे आज तक एक्सीडेंट का कोई कारण नहीं मिला है।
बरमूडा ट्राइएंगल :
बरमूडा ट्राइएंगल को डेविल्स ट्राइएंगल भी कहते हैं। यह नॉर्थ अटलांटिक ओशियन के पश्चिमी हिस्से का एक अनडिफाइंड क्षेत्र है। यहां पर कई प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज के दो पैसेंजर जेट यहां पर वर्ष 1948 और 1949 में गायब हुए, जिनका आज तक पता नहीं चला है। इन दुर्घटनाओं में 50 से ज्यादा लोग अब तक लापता बताए जा रहे हैं। वर्ष 1945 में पांच अमेरिकी बॉम्बर इस क्षेत्र में ट्रेनिंग मिशन पर थे, लेकिन वे ऐसे गायब हुए कि उनका आज तक पता नहीं चल पाया है।
बरमूडा ट्राइएंगल को डेविल्स ट्राइएंगल भी कहते हैं। यह नॉर्थ अटलांटिक ओशियन के पश्चिमी हिस्से का एक अनडिफाइंड क्षेत्र है। यहां पर कई प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज के दो पैसेंजर जेट यहां पर वर्ष 1948 और 1949 में गायब हुए, जिनका आज तक पता नहीं चला है। इन दुर्घटनाओं में 50 से ज्यादा लोग अब तक लापता बताए जा रहे हैं। वर्ष 1945 में पांच अमेरिकी बॉम्बर इस क्षेत्र में ट्रेनिंग मिशन पर थे, लेकिन वे ऐसे गायब हुए कि उनका आज तक पता नहीं चल पाया है।
Some other interesting posts :-
धरती कि 10 सबसे खतरनाक जगह
अदभुत - एक इंसान जो लाशों को बदल देता है डायमंड में
1972 एंडीज फ्लाइट डिजास्टर - इंसानी हौसलों और मजबूरियों कि रियल स्टोरी - जिन्दा रहने के लिए खानी पड़ी अपनी साथियों कि लाशें
सत्य घटना - सांप ने काटा, डाकटरों ने मृत घोषित किया, घरवालों ने गंगा में बहाया, 14 साल बाद जिन्दा लौट आया युवक
इंसानियत कि मिसाल - वेट्रेस के इलाज़ के लिए मालिक ने बेच दिया अपना एक मात्र रेस्टोरेंट
धरती कि 10 सबसे खतरनाक जगह
अदभुत - एक इंसान जो लाशों को बदल देता है डायमंड में
1972 एंडीज फ्लाइट डिजास्टर - इंसानी हौसलों और मजबूरियों कि रियल स्टोरी - जिन्दा रहने के लिए खानी पड़ी अपनी साथियों कि लाशें
सत्य घटना - सांप ने काटा, डाकटरों ने मृत घोषित किया, घरवालों ने गंगा में बहाया, 14 साल बाद जिन्दा लौट आया युवक
इंसानियत कि मिसाल - वेट्रेस के इलाज़ के लिए मालिक ने बेच दिया अपना एक मात्र रेस्टोरेंट
No comments:
Post a Comment