Saturday 14 June 2014

ये घिनोने कीड़े भी है लोगों का भोजन

आज का यह लेख A.F.O. (एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द यूनाइटेड नेशन ) कि एक रिपोर्ट पर आधारित है। इस रिपोर्ट  में कुछ खाने योग्य कीड़ो के बारे में बताया गया है जो अभी तो संसार के कुछ ही हिस्सो में खाये जाते है पर भविष्य में इनका उपयोग बड़े पैमाने पे हो सकता है। 

मोपेन कैटरपिलर्स (Mopane Caterpillar) 
पतंगे (Moth) का यह अविकसित रूप अफ्रीका के दक्षिणी हिस्सों में काफी पाया जाता है। इस इलाके में मोपेन इल्ली का पालन लाखों डॉलर्स की इंडस्ट्री के तौर पर विकसित हो चुका है। यहां महिलाएं और बच्चे इस कीड़े की अविकसित इल्ली को इकट्ठा करने का काम करते हैं।

आमतौर पर इल्ली को नमक के पानी में उबाला जाता है और फिर धूप में सुखाया जाता है। ऐसा करने से इन्हें बिना रेफ्रिजेशन के लंबे समय तक सुरक्षित रखे जा सकता है। यहां की ज्यादातर आबादी इन्हे भोजन के तौर पर इस्तेमाल में लाती है। जहां एक ओर गाय के 100 ग्राम मांस में 6 मिलीग्राम आयरन होता है, वहीं मोपेन कैटरपिलर के 100 ग्राम में 31 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है। ये पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, मैगनीज और कॉपर का भी अच्छा स्रोत है।

टिड्डा (Chapulines) 
यह स्फेनेरियम प्रजाति का टिड्डा है। मेक्सिको में इसे बड़े चाव से खाया जाता है। आमतौर पर इन्हें भूनकर लहसुन की चटनी, नींबू के रस और नमक से साथ खाया जाता है। गौरतलब है कि टिड्डों में प्रोटीन की काफी मात्रा होती है। यह भी कहा जाता है कि टिड्डे में 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है।


Witchetty Grub
कीड़े के लकड़ी खाने वाली सफेद इल्ली को ऑस्ट्रेलिया में इस नाम से पुकारा जाता है। कच्चा खाने पर इसका स्वाद बादाम की तरह होता है। गर्म कोयले पर हल्का भूनने पर इसकी त्वचा कुरकुरी हो जाती है और इसका स्वाद भूने गए चिकन की तरह होता है। यह मिट्टी के अंदर विकसित होते हैं और पेड़ों की जड़ों को खाकर अपना पोषण करते हैं


Witchetty Grub
कीड़े के लकड़ी खाने वाली सफेद इल्ली को ऑस्ट्रेलिया में इस नाम से पुकारा जाता है। कच्चा खाने पर इसका स्वाद बादाम की तरह होता है। गर्म कोयले पर हल्का भूनने पर इसकी त्वचा कुरकुरी हो जाती है और इसका स्वाद भूने गए चिकन की तरह होता है। यह मिट्टी के अंदर विकसित होते हैं और पेड़ों की जड़ों को खाकर अपना पोषण करते हैं


अफ्रीकी घुन (Rhynchophorus ferrugineus)
तकरीबन 4 इंच लंबी (10 सेंमी) और 5 दो इंच (5 सेमी) चौड़ी घुन कई अफ्रीकी जनजातियों का पसंदीदा भोजन है। इन्हें फ्राई करने के अलावा वे इसे कच्चा भी खाते हैं। जरनल ऑफ इन्सेक्ट साइंस की की 2011 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीकी घुन पोटेशियम, जिंक, आयरन और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्वों का स्रोत है।


खटमल (Stink Bugs)
इनका नाम सुनकर भले ही इन्हें खाने का ख्याल ना आए, लेकिन ये कई पोषक तत्वों को स्रोत हैं। एशिया, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के कई हिस्सों में इन्हें खाया जाता है। इनमें प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम और फास्फोरस की अच्छी मात्रा पाई जाती है। चूंकि इस कीट से काफी दुर्गंध आती है इसलिए इन्हें कच्चा नहीं खाया जाता। सिर का हिस्सा हटाकर इन्हें भूना जाता है या धूप में सुखाया जाता है। इसे पानी में उबालकर भी खाया जा सकता है। उबालने से इसका हानिकारक प्रभाव खत्म हो जाता है और बचे हुए पानी को पेस्टीसाइड के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।


No comments:

Post a Comment